सवेरे उठते ही परमात्मा से लेने हैं ये 3 वरदान।


ओम शांति।

अनुभव करेंगे मैं आत्मा... एक चमकता सितारा... मस्तक के बीच में... मैं आत्मा स्वराज्य अधिकारी... अपने कर्म इंद्रियों की मालिक.... अनुभव करेंगे मैं एक शक्तिशाली आत्मा हूं... फील करेंगे मैं आत्मा स्थित हूं अपने फरिश्ता स्वरूप में... visualise करेंगे मैं आत्मा अपने लाइट के शरीर में... मैं एक अवतरित फरिश्ता हूं... अनुभव करेंगे मुझ फरिश्ता से रंग बिरंगी दिव्य शक्तियों की किरणें चारों तरफ फैल रही हैं... अभी मैं फरिश्ता पहुंच गया सूक्ष्म वतन में... चारों तरफ दिव्य सफेद प्रकाश... सामने मेरे बापदादा, मुझे दृष्टि दे रहे हैं... उनकी दृष्टि से दिव्य किरणें मुझमें समा रही हैं... अनुभव करेंगे परमात्म साथ का सुख.... बापदादा के सामने बैठ जाएं.. और फील करेंगे उन्होंने अपना वरदानी हाथ हमारे सिर के ऊपर रख दिया है... जैसे उनका हाथ हमारी छत्रछाया बन चुका है.... फील करेंगे इन हाथों से दिव्य शक्तियों का प्रकाश निकल, मुझ आत्मा में और संपूर्ण सूक्ष्म शरीर में फैल रहा है.... बहुत शक्तिशाली अनुभव है यह... फील करेंगे यह शक्तिशाली अनुभव- बाबा के हाथों से दिव्य शक्तियों का प्रकाश मानो हमें घेरे हुए है... एक सुरक्षा कवच बनाए हुए है... इस सुरक्षा कवच में मैं सदैव सुरक्षित हूं... शक्तिशाली हूं... निर्भय हूं... इसी स्थिति में एकाग्र रहेंगे और एक एक वरदानों का अनुभव करेंगे.... पहला वरदान बापदादा हमें दे रहे हैं - मास्टर सर्वशक्तिवान भव... मास्टर सर्वशक्तिवान भव... इस वरदान की प्राप्ति से परमात्म शक्तियां जैसे मुझे वरदान में मिल श चुकी हैं! मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूं! मैं शिव शक्ति हूं! मैं परमात्मा शिवबाबा से सदैव कंबाइंड हूं! परमात्म शक्तियां सदैव मेरे साथ हैं! जहां परमात्म शक्तियां साथ हैं, वहां हर कार्य में सफलता हुई पड़ी है! सहज ही हम हर कार्य में सफल बनेंगे!

अभी बापदादा हमें दूसरा वरदान दे रहे हैं - बच्चे निर्विघ्न भव! निर्विघ्न भव! इस वरदान की प्राप्ति से जीवन में चलते-चलते जो भी पेपर्स आते हैं, विघ्न आते हैं, समस्याएं आती हैं, वह चाहे धन का पेपर हो, संबंधों का हो, शरीर का हो या कोई भी कार्य में अन्य परिस्थिति हो, इन सभी परिस्थितियों को हम सहज ही निर्विघ्न हो पार करेंगे! इन विघ्नों में हम शक्तिशाली बने रहेंगे! हम स्थिर रहेंगे, अचल अडोल रहेंगे! विघ्न ऐसे पार हो जाएगा, जैसे सूली से कांटा बन जाएगा! जहां परमात्म शक्तियां साथ हैं, वहां कोई भी कुछ कर नहीं सकता! इस संसार की कोई भी नेगेटिविटी टच भी नहीं कर सकती! अभी बापदादा हमें तीसरा वरदान दे रहे हैं - सफलता का सितारा भव! सफलता का सितारा भव! इस वरदान की प्राप्ति से हमें हर कार्य में, हर क्षेत्र में सफलता अवश्य मिलेगी.... क्योंकि स्वयं भगवान ने हमें वरदान दिया है! सफलता का सितारा भव...! मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूं! सफलता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है! परमात्मा सदैव मेरे साथ हैं! हर कार्य में मैं विजयी हूं! हर क्षेत्र में, हर कार्य में, वह चाहे पढ़ाई हो, जॉब हो, कोई बिजनेस हो, हर कार्य में मैं सफल हूं! मैं विजयी हूं! सफलता का सितारा हूं! स्वयं भगवान ने मुझे वरदान दिए हैं- मास्टर सर्वशक्तिवान भव...! निर्विघ्न भव...! सफलता का सितारा भव...! मास्टर सर्वशक्तिवान भव! निर्विघ्न भव! सफलता का सितारा भव....!

ओम शांति।