अति लाडले बच्चे की अति लाडले बाप से रूहरिहान
पहली स्मृति
आँख खुलते ही संकल्प करें कि मैं आत्मा हूँ। मैं
इस धरा को प्रकाशमय करने के लिये स्वीट लाइट के
होम से अवतरित हुई हूँ।
मैं कौन हूँ?
मैं एक अति लाडली संतान हूँ। बाबा का मेरे प्रति
पवित्र व गहरा स्नेह है | इस रूहानी प्यार को
स्मृति में लाते ही मेरा दिल हल्का व मन शांत हो
जाता है |
मैं किसकी हूँ?
आत्मा की बाबा से रूहरिहान:
मीठे बाबा - गुड मॉर्निंग। “मेरा बाबा , मीठा
बाबा, प्यारा बाबा”, यह गीत सुनते ही मैं सुजाग हो
जाती हूँ | मैंने ये समझ लिया है कि इस अविनाशी
गीत को निरंतर गाकर मैं सदा आगे बढ़ती रहूंगी |
बाबा की आत्मा से रूहरिहान:
मीठे बच्चे! जागो! मेरे साथ बैठो। मीठे लाडले ,
सिकीलधे बच्चे ! बाबा के प्यार की मीठी धुन सदा
तुम्हारे कानों में गूंजती रहे | तुम सदा बाबा की
महिमा व श्रेष्ठ जीवन के गीत गाते रहो | ईश्वरीय
ज्ञान व सर्वप्राप्तियों के गीत भी सदा तुम्हारे
दिल में बजते रहें | तुम स्वयं को सदा ये मधुर
संगीत सुनाकर व्यर्थ से मुक्त हो जाओ |
बाबा से प्रेरणाऐ:
अपने मन को सर्व बातों से हटा कर बाबा में लगाऐं।
बाबा है साइलेन्स का सागर। इस साइलेन्स में मैं
बाबा से प्रेरणायुक्त और पवित्र सेवा के संकल्प ले
रही हूँ।
बाबा से वरदान:
सूक्ष्म वतन में मीठे बाबा के सामने मेरा फरिश्ता
स्वरूप साफ दिखाई दे रहा है। बहुत प्यार व
शक्तिशाली दृष्टि से बाबा मुझे वरदान दे रहे हैं
–
कोई भी विघ्न आने पर रूहानी जादूगर बनकर बाप का व
अपने फ़रिश्ते स्वरुप का आवाहन करते हो | इस युक्ति
से तुम माया के प्रभाव में न आकर सदा ऊँची उड़ान
भरते रहते हो |
बेहद की सूक्ष्म सेवा: (आखिरी के पंद्रह मिनिट -
प्रातः ४:४५ से ५:०० बजे तक)
बाबा द्वारा इस वरदान को अपने शुभ संकल्पों द्वारा,
वरदाता बन,
मैं पूरे विश्व को दान दे रही हूँ। अपनी फरिश्ता
ड्रेस पहन कर मैं विश्व भ्रमण करते हुए सर्व
आत्माओं को ये वरदान दे रही हूँ।
रात्रि सोने के पहले
आवाज़ की दुनिया के पार जा कर अपनी स्टेज को स्थिर
बनाऐं। चेक करें की आज मैंने दिन भर में किसी बात
की अवज्ञा तो नहीं की?
अगर हाँ तो बाबा को बताऐं। किसी
के मोह या आकर्षण मे बुद्धि तो नहीं फंसी?
अपने कर्मो का चार्ट बनाऐं। तीस
मिनिट के योग द्वारा किसी भी गलत कर्म के प्रभाव
से स्वयं को मुक्त करें। अपने दिल को साफ और हल्का
कर के सोऐं।