भोलानाथ बाप के साथ रूहे गुलाब की रूहरूहान
पहली स्मृति
आँख खुलते ही संकल्प करें
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मैं आत्मा हूँ
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मैं इस धरा को प्रकाशमय करने के लिए स्वीट लाइट के
होम में अवतरित हुई हूँ
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मैं कौन हूँ
?
मैं रूहे गुलाब हूँ
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मुझ आत्मा में रंग,
रूप,
खुशबू व सुन्दरता है
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बाबा विशेष प्यार व् शक्ति से मेरी पालना कर रहे
हैं
मैं किसकी हूँ?
आत्मा की बाबा से रूहरिहान
मीठे बाबा ! गुड मारनिंग
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भोलानाथ बाबा
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मैं आपकी हूँ
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आप अपने वरदानों के खजानों से मुझे वरदान देते हैं
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बाबा की आत्मा से रूहरिहान
मीठे बच्चे!जागो! मेरे साथ बैठो
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अमृतवेले के रूहानी समय व दिन और रात के बीच के
समय पर मुझ भोलानाथ बाप से बुद्धि योग लगाकर तुम
जो चाहो वो प्राप्त कर सकते हो
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ये ऐसा समय है
,
जब तुम भोलेनाथ बाप से बिना मेहनत के अथाह वरदान
ले सकते हो
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इस समय अपरमपार ख़ुशी व प्राप्तियों का अनुभव करो
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बाबा से प्रेरणायें
अपने मन को सर्व बातों से हटाकर बाबा में लगायें
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बाबा है साइलेंस का सागर
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इस साइलेंस में
,
मैं बाबा से प्रेरणायुक्त व पवित्र सेवा के संकल्प
ले रही हूँ
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बाबा से वरदान
सूक्ष्म वतन में मीठे बाबा के सामने मेरा फ़रिश्ता
स्वरुप दिखाई दे रहा है
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बहुत प्यार व शक्तिशाली दृष्टि से बाबा मुझे वरदान
दे रहे हैं
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तुम शांत स्वरुप व बेफिक्र आत्मा हो
,
जिसकी स्मृति की लाइट सदा जलती रहती है
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यह लाइट मोह रुपी अंधकार को समाप्त कर भगवान के
दिल की मिठास व सुन्दरता के प्रत्यक्ष करता है
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इस लाइट से तुम्हें पंख मिलते हैं,
जिससे तुम सारे विश्व को उड़ने में मदद करते हो
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बेहद की सूक्ष्म सेवा ( आखिरी के पन्द्रह मिनट
– प्रातः4.45 से 5 बजे तक )
बाबा द्वारा प्राप्त हुए इस वरदान को मैं पुरे
संसार को वरदाता बन कर अपने शुभ संकल्पों द्वारा
दे रही हूँ
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अपनी फ़रिश्ता ड्रेस पहनकर मैं विश्व भ्रमण करते
हुए सर्व आत्माओं को ये वरदान दे रही हूँ
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रात्रि सोने के पहले
आवाज़ की दुनिया से पार जाकर अपनी स्टेज को स्थिर
बनायें | चेक करें आज मैंने दिन भर में किसी बात
की अवज्ञा तोह नहीं की ? अगर हाँ, तो बाबा को
बताएं | किसी की मोह व आकर्षण में बुद्धि तो नहीं
फंसी? अपने कर्मों का चार्ट बनाएं |तीस मिनट के
योग द्वारा किसी भी गलत कर्म के प्रभाव से स्वयं
को मुक्त करें | अपने दिल को साफ़ व हल्का कर सोयें
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