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तुमसा हंसी बाबा, कोई नही जहाँ में।

तुमने हंसी बनाया। हमको भी इस जहां में

तुमसा हंसी बाबा, कोई नही जहाँ में।

तुमसा हंसी बाबा ।

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सूरज चांद कीसे, तुलना करूं तुम्हारी 

रचता है तू सभी का। रचना है सब तुम्हारी।

तू है जहाँ से न्यारा, उपमा नहीं जहाँ में।

तुमसा हंसी बाबा ।

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सूर पडी जो तुम पर हटने का नाम ना ले।

पलकों पे डाल परदे। दिल में कहीं छुपा ले।

खो जाए तुझमें बाबा। लौटे ना इस जहाँ में।

तुमसा हंसी बाबा ।

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माशूक प्यारा है तू। आशिक है सारी दुनिया।

तू प्यार का समंदर। हम तो तुम्हारी नदिया।

तुझ में समा के बाबा।

तुजसा बने जहाँ में ।

तुमसा हंसी बाबा ।

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है प्यार है रूहानी । दुनिया क्या जाने इसको ।

है इश्क ये हकीकत। इसकी खबर है किसको?

पल भर का ख्वाब झूठा ।

है प्यार इस जहां में ।

तुमसा हंसी बाबा, कोई नही जहाँ में।

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तुमने हंसी बनाया, हमको भी इस जहां में ।

तू प्यार का समुन्दर। हम तो तुम्हारी नदियाँ।

तुझमे समां के बाबा। तुझसा बने जहाँ में।

तुमने हंसी बनाया, हमको भी इस जहां में ।

तू प्यार का समंदर। हम तो तुम्हारी नदियाँ।

तुझ में समाकर बाबा ।

तुझसा बने जहाँ में ।

तुमसा हंसी बाबा, कोई नही जहाँ में।

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तुम ने हंसी माना हमको भी

ये प्यार है रूहानी, ये प्यार है रूहानी, ये प्यार है रूहानी, ये प्यार है रूहानी।